लीजेंडरी सिंगर पंकज उधास जिनका भारतीय सिनेमा में बहुत ही बड़ा योगदान था अब पंकज उधास नहीं रहे आज सुबह 11:00 बजे उनका निधन हो गया है यह एक बहुत ही दुख ही खबर है पंकज उधास के फैंस के लिए जो उनकी गजल गायक की से प्रभावित थे उनका भारतीय संगीत में बहुत ही बड़ा योगदान था इसीलिए उन्हें 2007 में पद्मश्री अवार्ड से भी भारतीय सरकार द्वारा सम्मानित किया गया था और अब यह एक बहुत ही दुख की खबर निकलकर आ रही है कि लीजेंडरी गजल गायक पंकज उधास अब हमारे बीच नहीं रहे और उनका निधन हो चुका है
फेमस गज़ल गायक पंकज उधास नहीं रहे
पंकज उधास की बेटी ने उनके फैंस को बताया कि अब पंकज उधास नहीं रहे और उनकी मृत्यु हो चुकी है वह एक बहुत ही बेहतरीन गायक थे और उनका इंडियन सिनेमा और संगीत में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान था पंकज उद्यान की बेटी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि बहुत ही दुख के साथ हमें आपको यह बताना पड़ रहा है कि पद्मश्री पंकज उधास का 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया वह लंबे समय से बीमार थे पंकज उधास अपनी उम्र संबंधी बीमारियों से लड़ रहे थे और इसीलिए उन्हें 10 दिन पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था पंकज उधास का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा
पंकज उधास की पीआर टीम ने बताया कि वह लंबे समय से बीमार थे और सुबह 11:00 बजे अस्पताल के अंदर उनका निधन हो गया उनके निधन की खबर सुनकर म्यूजिक इंडस्ट्री में मातम छा गया है और सोनू निगम से लेकर शंकर महादेवन सभी सिंगर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और अपना दुख व्यक्त कर रहे हैं कि वह एक बहुत ही बड़े लीजेंडरी सिंगर थे और उन्होंने भारतीय म्यूजिक के लिए बहुत कुछ किया है जो काबिले तारीफ है
पंकज उधास का सिंगिंग करियर?
पंकज उधास को बचपन से ही संगीत का शौक था और वह 6 साल की उम्र से ही सिंगर बनना चाहते थे और उनका यह संगीत में इंटरेस्ट स्कूल में जो प्रार्थना होती है उसे आया था उन्होंने इंडियन सिनेमा को और संगीत को बहुत ही बेहतरीन गाने दिए हैं 1980 में पंकज उधास का पहला एल्बम आहट आया था जिसमें उन्होंने कई सारे गाने गए थे पंकज उदास के फेमस गाने जिए तो जिए कैसे आपके बिना और ना कजरे की धार ना मोतियों के हार ऐसे कई सारे बेहतरीन गाने पंकज उधास द्वारा गाए गए हैं क्या आपने कभी पंकज उधास की गजल गायकी सुनी है कमेंट में जरूर बताइएगा .